धनतेरस का महत्व और MLM इंडस्ट्री की वृद्धि में इसका योगदान
धनतेरस
भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे धन और समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। ठीक उसी तरह, मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) इंडस्ट्री में भी धन और नेटवर्क की समृद्धि का बड़ा महत्व है। आइए जानें कैसे धनतेरस के सिद्धांत MLM उद्योग की वृद्धि में योगदान दे सकते हैं।
1. धनतेरस का महत्व:
धनतेरस के दिन लोग सोना, चांदी और नई वस्तुएं खरीदते हैं, जो समृद्धि और शुभता का प्रतीक मानी जाती हैं। इस पर्व का लक्ष्य है भविष्य के लिए निवेश करना और परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना।
2. MLM उद्योग और धनतेरस के बीच संबंध:
MLM भी उद्योग का सिद्धांत नेटवर्क और निवेश पर आधारित है। जहाँ पर अपने पैसों में निष्कर्ष समृद्धि के लिए लोग मौज-मस्ती करते हैं, वैसे ही MLM कंपनियाँ अपने सदस्यों को वित्तीय निवेश और टीम के विस्तार के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
3. MLM उद्योग में धनतेरास और नए अवसर:
नया निवेश: धनतेरस वास्तव में कोई आंशिक रिश्वत होती है और लोग निवेश की ओर मुंह किये आकर आते हैं और बाकी समय MLM कंपनियों के गो-ल ईर एडवेंटर के रूप में यहीं बने रहते हैं।
वित्तीय जागरूकता: जैसे धनतेरस पर लोग अपनी वित्तीय योजनाओं पर ध्यान देते हैं तो MLM कंपनियां भी इसी अवधारणा पर काम करती हैं — लोगों को उनकी वित्तीय आजादी के बारे में जागरूक बनाना।
4. तथ्य और आंकड़े:
भारत में 2023 में MLM उद्योग का वार्षिक विकास दर 15% रही।
कार्टून से लेकर रियायतें में भारतीय बाजार पर सोने और चांदी की खरीद में लगभग 20% की वृद्धि होती है।
MLM कंपनियों के सदस्यता कार्यक्रमों में भी यही समय उठने लगता है, क्योंकि इन दिनों निवेश और खरीदारी में उछाल आता है।